चलते रहो
चलते रहो मार्टिन लूथर किंग ने कहा था अगर तुम उड़ नहीं सकते हो तो दौड़ो अगर दौड़ नहीं सकते हो तो चलो अगर तुम चल नहीं सकते हो तो रिंकू पर निरंतर आगे बढ़ते रहो अपनी सोच और दिशा बदलो सफलता तुम्हारा स्वागत करेंगे | रास्ते पर कंकड़ ही कंकड़ हो, तो भी एक अच्छा जूता पहन कर चला जा सकता है, किंतु एक अच्छे जूते के अंदर एक भी कंकड़ घुस जाए, तो एक अच्छी सड़क पर भी एक कुछ कदम चलना मुश्किल है यानी हम बाहर की चुनौतियों से नहीं अपने भीतर की कमजोरियों से हारते हैं |